Tuesday, July 29, 2008

सेक्स की जानकारी

स्कूल में चल रहे योन एजुकेसन से बच्चो में एड्स सम्बन्धी जानकारी देना है लेकिन उस जानकारी का कोई फायद नही हो रहा है । जबकि उसे यूथ में आपस में जरुए सबंध बना रहे है .आप ११ साल के बच्चे को कोंडम के बारे में क्या जानकारी देगे । उस को क्या पता की कोंडम क्या होता है । सेक्स क्या होता है । ....... सरकार को चहिये की वह यह जानकारी १५ से १६ साल के बच्चो के साथ बाटनी चाहिय , जिसको इन सब बातो की समझा हो वह जानता हो की सेक्स क्या है । आज सभी स्कूल में सेक्स एजुकेसन का दोर चल रहा है । ११ साल से कामके बच्चो कोंडम की सही जानकारी नही होने से अनचाहे गर्भ की संख्या बद्नतीजा रही है । इस का उदाहरण है अमेरिका में एक स्कूल में एक साथ १५ लड़किया गर्भबत्तिहो गई है ।

1 comment:

Anil Kumar said...

बहुत ही नाजुक विषय पर लिखा है आपने, और तर्क भी अच्छा दिया है। सराहनीय है।

अमेरिका की बात छोड़िये, उनकी "संस्कृति" हमसे बिलकुल अलग है। वे लड़कियां गर्भवती इसलिये हुईं थीं क्योंकि वे सब सामूहिक कामोन्मोदन में लिप्त हुई थीं - ये एक तरह का फैशन हैं अमेरिकी संस्कृति में जवान लोगों हेतु।

रूढिवाद और वैज्ञानिकता के बीच में संतुलन बनाने की कोशिश कभी कभी बहुत मुशकिल हो सकती है। लड़की १०-१२ साल की उम्र में, और लड़के १२-१४ साल की उम्र में परिपक्व होना शुरु हो जाते हैं। ऐसे में सेक्स शिक्षा की उम्र ११ साल रखना कोई बहुत गलत कदम नहीं है। ११ से १२ भी कर सकते हैं, लेकिन जाने १ साल में क्या-क्या हो जाये?