Thursday, July 10, 2008

पैसे का खेल .....

आज भारत में क्रिकेट का बहुत बोलबाल है उसके आगे दुसरे गेम्स बोने साबित हो रहे है । भारत में क्रिकेट अमीरों का खेल बन गया है । क्याकि दुसरे खेल जैसे फुटबॉल, टेनिस , आदि इन खेल में पैसा नही है जबकि क्रिकेट में पैसा ,नाम दोनों है । साथ ही साथ एक खिलाड़ी को इतना पैसा एंड दूसरी सुविधा मिलता है कि उसको ध्यान खेल में नही लगता । अगर उनका ध्यान खेल में हो तो हमारी टीम कभी किसी से नही हारेगी । अगर कोई खिलाड़ी खेलता है तो उसे आगे नही बढने नही दिया जाता । कभी धर्मे के नाम पर कभी समाज के नाम पर उसको रोकते है । अगर वही खिलाड़ी क्रिकेट का हो तो उसको सब कुछ जायज है .

2 comments:

Anil Kumar said...

सत्यवचन, एक हिंदी फिल्म याद आ गयी ये सुन कर, शायद इकबाल नाम था उसका।

Balendu Sharma Dadhich said...

आपके विचार बहुत स्पष्ट हैं। थोड़ा और मंथन तथा रिसर्च करके लिखेंगे तो अपनी बात को और भी प्रभावशाली ढंग से कह पाएंगे। एकाध उदाहरण डाल दें तो टिप्पणी में चार चांद लग जाते हैं और बात में वज़न आ जाता है। यदा कदा मतान्तरः एक राजनीतिक ब्लॉग भी पढ़ते रहें।