Sunday, December 6, 2009

अब तक सर्व ोष्ठ भारतीय टीम


भारत के करोड़ों स ार्थको और भारतीय टीम के लिए 6 दिसंबर बहुत ही खास हैं योंकि मुंबई के ब्रोबोर्न स्टेडियम में रविवार की सुबह करीब 10.30 बजे जैसे ही धोनी ने मुरलीधरन को हरभजन की गेंद पर लपका, टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक नया पन्ना दर्ज हुआ। टीम इंडिया पहली बार आईसीसी रैंकिंग में नंबर वन पायदान पर पहुंची है। टेस्ट क्रिकेट में कई दशकों के सं ार्ष के बाद भारतीय टीम नंबर वन की कुर्सी तक पहुंच पाई है। भारतीय टीम की इस सफलता से पूरे देश में जोश-ओ-खरोश का माहौल है। पिछले दो साल पहले तक यह किसी ने नहीं सोचा था कि भारत इतनी जल्दी टेस्ट क्रिकेट का बादशाह बन सकता है। हालांकि यह सौरभ गांगुली की कप्तानी के समय से ही था, जब इंडियन क्रिकेट ने ऑस्ट्रेलियाई बादशाहत को चुनौती देनी शुरू कर दिया था। गांगुली ने ही स्टीव वॉ की कप्तानी में लगातार 16 टेस्ट जीतकर इंडिया के टूर पर आए कंगारुओं को 17वीं जीत से रोका था और लास्ट फ्रंटियर को लास्ट ही बनाए रखा था। लेकिन महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी भारतीय क्रिकेट को अब एक कदम और आगे ले आई है। मास्टर लास्टर सचिन ने टीम अब तक की सर्व ोष्ठï टीम बताते हुए कहा कि नंबर एक की टेस्ट टीम बनना एक अद्भुत अनुभव है। हम इस मुकाम को हासिल करने के लिए लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। उ होंने इस मैच में 53 रनों की पारी खेली थी। मेरा मानना है कि गैरी क्रिस्टन एवं पैडी उ टन और साथ ही रॉबिन सिंह व वेंकटेश प्रसाद ने मह वर्पू ा भूमिका निभाई। जिस तरह इ होंने टीम के साथ काम किया उसका ोय इनको जाता है। उ होंने कहा कि यह अब तक सर्व ोष्ठ भारतीय टीमों में से एक है। इस मौके पर भी सचिन ने अपने पुरानी साथियों को नहीं भूला और उ हें भी उसका ोय दिया। बीसीसीआई अ यक्ष समेत सभी मह वर्पू ा लोगों ने टीम की इस सफलता को अद्भुत करार दिया है। मुरलीधरन ने कहा कि भारत को आज इस जगह होने का पूरा हक है। भारत को टेस्ट क्रिकेट रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर ले जाने वाले कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा है कि टीम को नंबर वन बनाना उनके और अ य खिलाडिय़ों के लिए एक सपना था जो आज सच हो गया। क्रिकेट के वनडे और टेस्ट संस्कर ाों में टीम को शीर्ष तक ले जाने वाले कप्तान धोनी ने माना कि उनकी टीम के लिए इस स्थान पर बने रहना मुश्किल होगा। इसका एक कार ा है कि भारत अगले छह महीनों में केवल दो टेस्ट मैच खेलेगा। उ होंने कहा कि शीर्ष पर पहुंचने की उपल िध उन पर अतिरिक्त दबाव नहीं डाल रही है। तीसरे टेस्ट में नाबाद शतक जडऩे वाले धोनी ने कहा कि हम सिर्फ इतना कर सकते हैं कि आने वाले हर मैच में बेहतरी से खेलें। रैंकिंग में इन बातों का यान रखा जाता है। यहां तक पहुंचना भी 18 महीनों के सतत प्रयास से हुआ है। हमने जितना भी टेस्ट क्रिकेट खेला, अच्छे से खेला। धोनी ने भारत के कम टेस्ट मैच खेलने से नाराजगी जताते हुए कहा कि छह महीनों में केवल दो टेस्ट होना चिंता का विषय है। हालांकि उ होंने कहा कि इस समय टीम केवल उपल िध का जश्न मनाएगी। उ होंने पिछले कुछ महीनों के दौरान खिलाडिय़ों के फिट रहने पर संतोष जताया। उ होंने कहाकि टीम में मह वर्पू ा खिलाडिय़ों को हाल में कोई गंभीर चोट नहीं आई। हम सर्व ोष्ठ उपल ध टीम के साथ खेले। यह सभी खिलाडिय़ों के कठिन परि ाम का नतीजा है।
कब तक नंबर वन रह पाएगी टीम इंडिया! लेकिन टीम इंडिया शायद ज्यादा देर तक नंबर वन के खिताब पर काबिज नहीं रह पाएगी। ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका रैंकिंग में भले ही पिछड़ गए हों, लेकिन पॉइंट्स के मामले में वे बहुत ज्यादा पीछे नहीं हैं। भारत के इस वक्त 124 पॉइंट्स हैं। साउथ अफ्रीका 122 पॉइंट्स के साथ दूसरे नंबर पर है, यानी भारत से सिर्फ 2 पॉइंट्स पीछे। उधर ऑस्ट्रेलिया भी 116 पॉइंट्स के साथ लगातार पीछा कर रही है। साउथ अफ्रीका को जल्दी ही इं लैंड के साथ टेस्ट सीरीज खेलनी है। इस सीरीज में जीत के साथ ही वह नंबर वन पर दोबारा काबिज हो जाएगी। भारत के साथ एक और बड़ी मुश्किल यह भी है कि उसे अगले एक साल में और देशों के मुकाबले काफी कम टेस्ट मैच खेलने हैं। यानी नंबर वन की कुर्सी पर लौटने और बने रहने के लिए उसे ज्यादा मौका भी नहीं मिल पाएगा। हालांकि इस वक्त पर न तो टीम के खिलाड़ी और न ही भारतीय फै स इस बात को सोचकर उदास होना चाहते हैं। भारतीय टीम पहली बार नंबर वन बनी है, यही सबसे बड़ी बात है। और कम से कम अगले दो ह ते तक तो यह खिताब कहीं नहीं जानेवाला। भारत ने ऑस्टेलिया को 2-0 से मात देने के बाद अभी तक एक भी सीरीज नहीं हारी और लगतार भारत का प्रदर्शन में सुधार हुआ हैं। इस से लगता हैं कि भारत अगला वल्र्ड कप लेकर आएगी।